मंगलवार, 17 नवंबर 2015

दिपावली




एक नित्य सर्वव्यापी भगवानही शाश्वत 


त्रिकालाबाधित सत्य है.


इस एक भगवानके अधिष्ठानपर यह अनित्य 

संसार भासमान होता है.

अनेक भिन्न भिन्न धर्म , जातियाँ, रंग, रूप आदि 

तरह तरह की भिन्नतासे भरपूर यह संसार वाकईमें 


भासमात्र है क्यों कि सच तो हमारा एकत्व है जो 


नित्य, अनादि और अनंत है.

इस एकत्वके ग्यानसे आपका जीवन जगमगा उठे.



शुभ दिपावली.