रविवार, 7 अगस्त 2011

सागर





आना नहीं जाना नहीं,
जहाँ तू है तू वहीँ, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.

लेना नहीं देना नहीं,
पानीमें पानी मिले, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.

ऊपर दिखे योगमाया तेरी,
अन्दर तू शांत रहे, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.

पहचान तू गहराईसे,
खुदको लहर मत समझ, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.

अनित्यता सतहपे है,
शाश्वत है अन्दर तू देख, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.

मुझसे
जुडा हमेशा मेरा,
अनादी अनंत है हम, बस !
सागर तू है, पानी तेरी आत्मा.