रविवार, 11 सितंबर 2011

ख्वाजा की ईद


  सचको मैं जाहीर कर दूँ
तूही खुद चाहता खुदा

समाया मुझमें खुदा
मुझसे जुदा नहीं खुदा

चाँद मैं हूँ ईदका
फलकपे जो कायम खुदा

रोजही होती है अपनी
ईद तेरे संग खुदा

नाम तेरा है जुबाँपे
मुँह मेरा मीठा खुदा

अल्लाह अल्लाह गाते रहना
मुकद्दर मेरा खुदा

जुनूँ तेरा सवार जो
सरताज मेरा है खुदा

सल्तनतमें तेरी शामिल
मैं हमेशा हूँ खुदा