शनिवार, 12 दिसंबर 2015

एक



सर्वव्यापी है विठ्ठल अपना 
सर्वशक्तिमान 
सबका है वह और हम सारे 
सदा उसीके रहेंगे 

एक है अल्लाह , एक गॉड है 
एक ही  है अपना भगवान 
एक धर्म है इंसानियतका 
एक की भक्ति करेंगे 

एक है हम और एक रहेंगे 
कभी नहीं बिछड़ेंगे 
अब न किसीके बहकावेमें 
 आयेंगे न बहकेंगे     

शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

किनारा



खोना कुछ नहीं है 
 पाना कुछ नहीं है 
सब जगह तूही है 
खुदा ढूंढना नहीं है 

अपार शांति है 
अपार आनंद है 
देनेवाले तेरी सौगंध 
माँगना कुछ नहीं है 

अनादि हम है 
अनंत हम है 
या रब तेरे प्यारका 
किनारा कोई नहीं है 

ॐ