शनिवार, 1 अक्तूबर 2011

मेरे मौला



श्री सद्गुरु साईनाथाय नम:

जोडूनिया
कर चरणी ठेविला माथा
परिसावी विनंती माझी सद्गुरुनाथा

असो
नसो भाव आलो तूझिया ठाया
कृपादृष्टी पाहे मजकडे सद्गुरुराया

अखंडित
असावे ऐसे वाटते पायी
सांडूनी संकोच ठाव थोडासा देई

तुका
म्हणे देवा माझी वेडीवाकुडी
नामे भवपाश हाती आपुल्या तोडी

श्री सद्गुरु साईनाथाय नम:

*
मेरे मौला तेरे दरबारमें अब आया हूँ मैं
तेरा मुजरिम हूँ मैं अनाड़ी और गवाँर हूँ मैं

मेरे मौला तेरी चाहतका तलबगार हूँ मैं
तेरा दीदार ए नूर पाने चला आया हूँ मैं

मेरे मौला तेरा अहसान हो निगाहें करम
सब गरीबोंके दुखे दिलपे लगाए तू मरहम

मेरे मौला सिर्फ तुझसे करूँ इक इल्तिजा मैं
तेरा हो नाम जुबाँपर तेरा होकर रहूँ मैं