मुझे इस बातका अचरज नहीं लगता की लोगोंको कामवासना पर विजय नहीं मिलता . लेकिन अच्छाई भी तो कोई बात है . बलात्कारीयोंकी, भ्रष्टाचारीयोंकि और सफेदपोश गुनहगारोंकी संख्या इतनी क्यूँ बढ़ रही है यह मेरे समझमें नहीं आता .
अगर आप अच्छे हो तो मेरे साथ हाथ मिलाओ . आओ, हम देखें की बुरे लोग ज्यादा है या अच्छे लोग ज्यादा हैं . आओ, हम शपथ लें की हम कामवासना, भोगलालसा, भ्रष्टाचार आदि गुनाहोंपर विजय प्राप्त करेंगे . अगर हम खुद सुधारते हैं तो यह बात पक्की है की हम एक दिन गुणोंसे और संख्यासे इतने बढ़ेंगे की सारी दुनिया तो नहीं पर बहुत सारी दुनिया अच्छाई की राह पर चलेगी .
हमारा धर्म, पंथ या संप्रदाय इस बात के आड़े नहीं आयेगा क्यूँ की सारेही धर्म, पंथ और संप्रदाय नैतिकता पर जोर देते हैं . इसलिए हम एक होकर, कंधेसे कंधा मिलाकर, हाथ हाथोंमें लेकर, एकजुट होकर काम कर सकते हैं .
आओ, हम हमारे बच्चोंके सामने ऊँचा आदर्श प्रस्थापित करें ताकि यह भारत देश ही नहीं बल्कि सारी दुनियामें खुशियाँ फैले . समझ लो की हम अगर एक होकर रास्तेपर आकर नारे ही लगाएं तो बलात्कारीयोंका दिल दहल सकता है, भ्रष्ट सत्ताधारीयोंके और सफेदपोश गुनाहगारोंके आसन डोल सकते हैं . याद रखो की हमारी एकता और हमारा सत्चरित्र ही हमारी शक्ति है .
* वहशी दरिंदोंको फाँसी दो *
ॐ अल्लाह ॐ गॉड ॐ राम ॐ