राम राम भज प्यारे
सुख दुख सबही छूट गये
अब नैय्या लगी किनारे मनवा
राम राम भज प्यारे
रामही सबमें मिले सर्वदा
क्या पाना खोना रे मनवा
राम राम भज प्यारे
जनम मरण से छुटकारा है
राम है रखवाला रे मनवा
राम राम भज प्यारे
अचल विमल है तेरी आत्मा
निर्गुण राम जपो रे मनवा
राम राम भज प्यारे
शांत मधुर है भाव जगाता
राम नाम रस दिव्य रे मनवा
राम राम भज प्यारे