मंगलवार, 28 अक्तूबर 2008

सबका मालिक एक है

एक गॉड है
एकही अल्लाह
राम कृष्ण हरी एक है
सब धर्मोंका एकही कहना
सबका मालिक एक है

एक खून है
एक चेतना
अपना इरादा
नेक है
हम और तुम तो
एक है भाई
अपना दाता
एक है

क्यूँ झगडे हम
इक दुजेसे
प्यार दिलोंमें
एक है
विधि अलग है
भाषा दूजी
फिर भी मंजिल
एक है

शान्तिको पर्याय
नहीं है
सुखका रास्ता
एक है
फहराओ
अपने झंडोंको
हवाका रुख तो
एक है