शुक्रवार, 14 जनवरी 2011

सुख




राम है बैठा सिंहासनपे

सम्राटोंमें हीरा है

कहे अवधके सब नरनारी

राम हमारा प्यारा है


रामा तेरा नाम न ले हम

ऐसा दुर्दिन आये ना

रामा तुझको याद ना करे

ऐसी कुमति हम पाये ना


राम कृपालु नाथ हमारा

हम उसके चरणोंमें है

यही हमारा स्वर्ग मोक्ष है

हम सब उसके बालक है


रामा तेरा ध्यान करे हम

सुखकी लहरोंमें खेले

तेरे सिवा कुछ और न सूझे

भवसंसार सबही भूले


तुझसे ज्यादा सुखी है हम

रामा तू खुदभी जाने ना

अष्टभाव सुख साथ हमारे

राम हमारे पास है ना

मकरसंक्रांतिकी शुभकामनाएं