कौवोंकी दावत तो
मृत मांसकी है
चकोर चाहता है
चाँदनी खाना
उबार ले भगवन
इंसान यूँ जीता है
तेरे बिना जैसे है
नरक जीना
भगवन तू सबका
साँसोंका सहारा
तुझबिन गुजारा
जीवन सूना
इंसान विषयोंकी
गंदगीमें धँसा है
अवसादमें फँसा है
ईश्वर बिना
भगवनकी दिव्यता
सबकी जरुरत है
मौतसे बदतर है
जिंदगी वर्ना
ॐ
राम कृष्ण हरि
ॐ
सांगा कुमुददलाचेनि ताटे
जे जेविले चंद्रकिरण चोखटे
ते चकोर काय वाळूवन्टे
चुंबितु आहाती राम कृष्ण हरि
ॐ
सांगा कुमुददलाचेनि ताटे
जे जेविले चंद्रकिरण चोखटे
ते चकोर काय वाळूवन्टे