रामा तेरे चरणयुगुल मेरे जीनेका सहारा है
इन चरणोंमें गुजर
बसर हो और ना कोई आसरा है
तेरे लिये सब कष्ट सहूँ मैं यही कर्म अब मेरा है
तेरे
लिये सब कुछ मैं गवाँ दूँ यही धर्म अब मेरा है
मैं इस लायक नहीं हूँ
रामा तेरे काम कुछ मैं आऊँ
तू अपनाये रामा मुझको मैं तुझपे वारि जाऊँ
मैं तुझको
सुख दे ना सकूँ तो माफ़ मुझे कर दे रामा