रामा तेरे बिना अब
कोई नहीं है मेरा
धन मान दुनिया दौलत
कुछ भी नहीं है मेरा
क्या छुपाऊं तुझसे रामा
हासिल तुझे किया जब
सब छोड़ छाड़ के मैं
बन बैठा सिर्फ तेरा
तहे उम्र न छोडूं तुझको
वादा किया था मैंने
अब ऐसा क्या हुवा है
जो मैं छोडूं साथ तेरा
.
मुझे रास न आये दुनिया
तेरे साथ मैं भी आता
कहनेकी नहीं बातें
पीछा न छोडूं तेरा
.
तेराही साया बनकर
रहूँ साथ मैं हमेशा
प्रयोजन नहीं रामा
अब और कुछभी मेरा
.
तेरे बिना करूँ क्या
अवधकी व्यर्थ बातें
कांटेभी है सुहाने
बनवास नहीं यह मेरा
ॐश्रीरामॐ