मंगलवार, 21 सितंबर 2010

त्यौहार






माखनके संग मिलाके मिश्री
खायेंगे हम साथमें
राम और अल्लाह साथ रहेंगे
एकही आवासमें

इक दुजेको कुछ देनेका
मिला जो मौका आज है
यही हमारी ईद है
और दीपावलीभी आज है

निर्गुण हो या सगुण रूप हो
ईश्वर सबका एक है
विधि अलग है भक्ति एक है
सीनेमें विश्वास है

राम तेराही नाम है अल्लाह
ताकत है विश्वासमें
प्यार प्यारके गले मिलेगा
आस्था सबकी साँस में

पत्थरमें तू कागज़में तू
काबेमें कैलाशमें
रूप तेरा कण कणमें समाया
तुही बसा ब्रह्मांडमें

ॐ७८६