मंगलवार, 21 फ़रवरी 2023

आज्ञा


मेरे लाडले बच्चों, मैं शिवाजी बोल रहा हूँ. वर्तमान परिदृश्यमें, भारतकी भौतिक उन्नतिको कोईभी रोक नहीं सकता. इससे
हासिल तो कुछ होगा नहीं, ना तो इसकी कोई आवश्यकता भी है. बस महादेवी माता आदिशक्तिकी इच्छा है तो यह उथलपुथल चल रही है. बाकी भगवान भोलेनाथ तो हर स्थितिमें संतुष्ट रहते हैं. चाहे ऐसा हो या वैसा उन्हें कुछ फर्कही नहीं पडता.
सबका साथ, सबका विकास.
सौगंध खाओ.
हम सभी के सभी सिर्फ भारतीय हैं.
इन्सानियत ही हम सबका परमधर्म है
यह बात गाँठ बाँध लो कि हम सब एक हैं. याद रखें कि जबतक हम जातिके या धर्मके या भाषाके  नामपर टुकड़े बनकर जिएंगे तबतक हमारा अनिष्ट कभी खत्म नहीं हो सकता. समझ लो कि हम जातिके नामपर टुकड़ोंमें बँटे हुवे थे इसलिए ८५० साल गुलामीमें रहे. ना सभीको पढने लिखनेका हक था ना लडनेका. हमारा बहुत सारा talent उपयोगमेंही नहीं आया. अब हम धर्मके नामपर अपनेही लोगोंको दूर धकेल रहें हैं. यह बात खतरेसे खाली नहीं है. जो भूल हम सदियोंसे करते आ रहे हैं वही अब दुबारा अलग तरीकेसे दोहरा रहे हैं. यह पत्थरपर खिंची लकीर है कि जबतक हम पूरी तरह एक नहीं हो जाते तबतक भारतका और विश्वका भी सही मायनोंमें उद्धार नहीं हो सकता. अपने प्यारे भारतपर प्रेम करो. सच्चे भारतीय बनो. एक बनो. और समूचे विश्वमें प्यारका, शांतिका, अपनत्वका पैगाम भेजो.नफरत नहीं, प्यार बाँटो. अनिष्टको अभीष्टमें बदल डालो. यही परमपिताका आदेश. समझो और पालन करो.
गुरुरित्याख्यया लोके साक्षाद्विद्याहि शांकरी |
जयत्याज्ञानमस्तस्यै दयार्द्रायै निरंतरम् ||
- श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज
माता च पार्वती देवी पिता देवो महेश्वरः ।
बान्धवाः शिवभक्ताश्च स्वदेशो भुवनत्रयम् ॥
- श्री शङ्कराचार्य कृतं
अल्लाह, GOD, शिव, सब एकही है. वसुधैव कुटंबकम्
जय भोलेनाथ
जय माँ आदिशक्ति
खंडेराया मल्हारीमार्तंडा
कडेपठारच्या राजा
येळकोट येळकोट
जय मल्हार
सदानंदाचे चांगभले
आईराजा उदो उदो
देवा तू माझा व मी तुझा
हरि ॐ तत्सत्
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती