गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

खल्क

कभी मिलते भी नहीं, दिलमें कुछ खयाल नहीं
हम तुम्हारे हैं, हमारी जरा परवाह नहीं
खुदाया, कदमोंमें गिर गिरके सजदा करते हैं
तुम्हारे वास्ते कुर्बान जान करते हैं
जरासी फिक्र हमारी भी अब करो मौला
ऐसे भी कोई खफा किसीपे होते हैं भला
हम हैं जर्रा तुम आफताब हो परवरदिगार
तुम्हारे सामने हम हो चुके हैं शर्मसार
बनाओ बिगड़ी अब, अपना बना लो ऐ मालिक
तौबा करते हैं गुनाहोंसे हमारे खालिक
दिलमें रंजिश न रखो, खलिश न महसूस करो
खाक हम नहीं है, बस खल्क है कुछ गौर करो
|| कृष्णार्पण ||
खंडेराया मल्हारीमार्तंडा
कडेपठारच्या राजा
येळकोट येळकोट
जय मल्हार
देवा तू माझा व मी तुझा
हरि ॐ तत्सत्
नाताळ
वो जो मुझमें समाया
वो जो तुझमें समाया
मौला वही-वही माया
कुन फायाकुन…
सृष्टिकर्ता ईश प्यारे
एक हो तुम एक हो