बुधवार, 23 दिसंबर 2009

सांईने बुलाया


अहं निर्विकल्पो निराकाररूपो
विभुर्व्याप्य सर्वत्र सर्वेंद्रियाणाम्
सदा मे समत्वं मुक्तिर्न बन्ध:
चिदानंदरूप: शिवोऽहम् शिवोऽहम्

चलो आज यह करें फैसला
दुनियाने ठुकराया है
या सांईने बुलाया

बाहरकी तू मार है खाया
तभी तो अपने अंदर आया
बाहरही तू खोया रहता
तो क्या सांईको अपनाता
सुख देनेके लिए रुलाया
सांईने बुलाया तुझको सांईने बुलाया

वो क्या गंदे सुख हैं प्यारे
तुझे क्षति पहुंचाते
अपनीही नजरोंमें गिराते
तुझे खोखला करते
जान आज किसलिए तू आया
सांईने बुलाया तुझको सांईने बुलाया

ऐसा अब कुछ कर दे प्यारे
खुदभी सुखी हो जगको सुखी कर
भक्तिसुधामें मस्त हुए जा
गाये जा जो पाया
नामका अमृत बाँटने आया
सांईने बुलाया तुझको सांईने बुलाया


बुधवार, 11 नवंबर 2009

बाढ़



फूटता है प्यार इतना दिलकी दिवारोंसे क्यूँ
क्या है अल्लाह बाढ़का इस नाम कुछ पता नहीं

पेड़ पौधे प्यारे मेरे जानवरभी दोस्त है
रिश्ता इन्सानोंसे दिलका चाहता मैं सबको हूँ

सबकी खुशियाँ मेरी है और आँसुभी सबके मेरे
मुझमें पायें सब किनारा भीगता यूँही रहूँ

यूँही तेरी रहमतोंका किस्सा मैं बनकर फिरूँ
मुझको देखें तुझको पायें और कुछ मैं ना रहूँ

सब चिरागोंमें झलकती रोशनी यह तेरी है
एक तू है तूही है बस और जियादा कुछ नहीं

खुदाया मुझपे यूँही छाया रहे तेरा सुरूर
याद बस तेरी रहे यह जाँ रहे या ना रहे


माता पार्वती देवी पिता देवो महेश्वर: ।
बान्धवा: शिवभक्ताश्च स्वदेशो भुवनत्रयम् ।।

हे विश्वची माझे घर
ऐसी मति जयाची स्थिर
किम्बहुना चराचर
आपण झाला ।।
तत्सत्

रविवार, 1 नवंबर 2009

SHIRDI KE SAIBABA Deepavali manaai suhani. Hi Res

Saikripaase yeh deep jale hai.

Sumar Manva - Shirdi Ke Sai Baba

Sai teri ichchhaa.

Sai Bhola Bhandari

मूलायाग्राय मध्याय मूलमध्याग्रमूर्तये ।
क्षीणाग्रमूल मध्याय नम: पूर्णाय शंभवे ।।


हरे साईं हरे राम हरे कृष्ण

Sai Naath Tere Hazaaron Haath (Tuhi Faqir)

ॐ सहस्त्रशिरोरुबाहवे सहस्त्रयुगधारिणे नम:

साईचरणी नमन .

Sai Baba Bolo - full

Many many thanks to Sai for sending this cinema to us.

गुरुवार, 29 अक्तूबर 2009

Ae maalik tere bande hum



अहं
निर्विकल्पो निराकाररुपो
विभुर्व्याप्य सर्वत्र सर्वेंद्रियाणाम्
सदा मे समत्वं मुक्तिर्न बन्ध:
चिदानंदरूप: शिवोऽम् शिवोऽम्

बुधवार, 14 अक्तूबर 2009

अंजाम



अल्लाहका जो साथ पाया
पाना बाकी क्या रहा
मैं जहाँभी जाऊँ मुझको

एक अल्लाहही मिले


भर गयी यूँ मेरी झोली
कभी ना हो जाए खाली
पाने खोने की ये बातें
हो गयी है खोखली


पत्थरमें है कागजमें है
हर जगह उसका बसर
बंदगीसे बाज आऊँ
मुमकीन नहीं मेरे लिये


इंशा अल्लाह काफी नहीं
यह बयानसेभी परे है
की क्या ना मेरे साथ है
मैं खुदासे जुदा नहीं


अरमानोंका क्या कहूँ
पुरेही होके आते हैं
प्यार यूँ छलकता है
आँखें ना मुंदी जाती हैं


जिक्र उन बातोंका क्या
जो जिस्मकी है जरूरतें
उनसे उंचा और है
जो खुदा अंजाम दे


यार ये छुपती नहीं जो
रोशनी उस लौ की है
हर तरफ फैला उजाला
और कुछ बचा नहीं


की यह जो दुनिया फानी है
सब खुदा की निशानी है
उसके सीवा अब और कुछ
आता नहीं नजर मुझे


मायूस ना दिलको करो
यूँ आना जाना रहता है
गौर उस रबपर करो
हासील जो हमेशा है


अमनकी जन्नत मिलेगी
सबमें रबको पाओगे
यह नहीं झूठी कहानी
प्यार देके प्यार लो 

सोमवार, 21 सितंबर 2009

नूर-ए-खुदा



ऐ खुदा ,मैंने अपनेआपको
तेरे हाथोंमें
इस तरह सौंप दिया है,
जैसे बहता हुवा पानी
अपनी मर्जीके बगैर
ढलानके अधीन होता है।
मैं यह नहीं सोचता
की मैं क्या कर रहा हूँ,
ना तो यह सोचता हूँ
की मेरी करतुतोंका असर
क्या होनेवाला है।
मेरी आँखोंके सामने
बस तू होता है ,
और मैं यह जानता हूँ
की सब तू ही चलाता है।
मैं तेरी धुनमें मस्त हो गया हूँ ,
और इसी मस्तीके अलावा
मैं और कुछभी चाहता नहीं हूँ।
क्यों की इस पुरी दुनियामें
अगर कुछ सच है
तो वह बस तेरा नूर है ,
जिसकी वजहसे यह दुनिया
हरदम तरोताजा है।


सोमवार, 14 सितंबर 2009

बाबा

रमजान ईद मुबारक

मैं
तो पहले ही मरा था दिलके टुकड़े देखकर
और किसको दोष क्या दूँ जीना चाहता मैं नहीं था

सारी उम्रका अँधेरा भर गया था आंखोंमें
वह तो ढाँचा हड्डीयोंका घूमता था गलियोंमें

अब मैं आया हूँ दुबारा हाँ मैं बाबा हूँ तुम्हारा
भीख दे दो मुझको बच्चों टूटे दिल को जोड़ दो

अब भी तुम उस दुश्मनीको पालते जाते हो क्यूँ
याद आता क्यूँ नहीं के दिल हमारा एक है

मैंने तो सपने में भी सोचा नहीं था झगडा हो
कौनसा शैतान तुमने खुदपे हावी कर लिया

क्या तुम्हारे दिलमें नरमी कुछ नहीं बची अभी
किसलिए यूँ जानसे प्यारी है तुमको दुश्मनी

ऐसा तो देखा ना मैंने सारी दुनिया घूमकर
जिसका सिर पैर कुछ नहीं है काम क्या है इस जुनूँका

कुछतो समझो जानो अपने अल्लाह ईश्वर गॉडको
वहभी ख़ुद हैरान है के कौनसी दे दूँ दवा

प्यारमें ताकत बहुत है यह सुलझाए प्रश्न हजार
सब धर्मोंका सार यही है प्यारही है जीवन आधार

रविवार, 13 सितंबर 2009

दुवा

दुवा कर रहा हूँ मैं अब इतने पास जाएँ हम
के कयामतभी जुदा ना कर सके हमको कभी

अबभी दिलमें दाग है जो जलते हैं कभी कभी
दिलमें पड़ती है दरारें याद आते है वो दिन

काम क्या उन मजहबोंका जो जहर भर दे दिलोंमें
आदमीसे तोड़ता है रिश्ता जो इन्सानियतका

बोझ भारी है दिलोंपे कोई चकनाचूर कर दो
है वफा की प्यास उभरी थोडा दिलमें प्यार भर दो

थोडी खुलके साँस लेनेको तड़पता है यह दिल
बस भी कर दो कारोबार यह नफरतोंको बेचनेका

और कुछ ना जानता हूँ ना मैं पढ़ता कुछ अभी
प्यारही है नाम अल्लाहका मुझको खौफ है

रविवार, 6 सितंबर 2009

अल्लाह



भरोसा करो ।
सवाल क्यूँ करते हो ?
सवाल कबतक करोगे ?
सारे सवालोंकी बेकरारी
मुझतक आकर थम जाती है ।
जिस बेहद सुकूँ को पाकर
दिलोदिमाग चुप हो जाते हैं, वह मैं हूँ।
जिसकी वजह ढुँढना बेमायने होता है ,
उस सुखमें ज़हन इतना डूब जाता है
कि सब खोज ठ़प होती है ,
सारी उलझनें सुलझ जाती हैं ,
सारी बेचैनी ख़त्म होती है ,
वह बेइंतहा आराम मैं हूँ ।
तुम्हारा वजूद जिसे पानेके लिये
तड़पता रहता है वह मैं हूँ ।
मुझे जानो,मुझतक पहुँचो,मुझे पाओ,
उसके बाद तो बस मैं हूँ,
एक मेरे सिवाय और कुछभी नहीं ।
मैं हर तरफ़ हूँ,मैं सबकुछ हूँ ।
मैं वह खुशी हूँ
जो हरपल बढ़ती रहती है ,
हरपल नया रंग लेती है ।
मैं सब्रोअमन हूँ ,
मैं वह बेहद प्यार हूँ
जो सबको अपने दामनमें
समेटे हुए है ।
मैंही वह वजह हूँ
जिसपर दुनिया कायम है ।
मैं अल्लाह हूँ ।




बुधवार, 19 अगस्त 2009

सांईशरण

हे जगवंदन सांईरुपधर
भगवन हमपर कृपा करें
तुम्हारे चरणोंकी धूलि लेकर
हम अपना माथा विमल करें

मिले न गर जो यहाँ आसरा
और भटकते कहाँ फिरें
शरणमें ले लो हमारे सांई
तुम्हारा दामन हम है धरें

हमें है मंजूर तुम जो दोगे
पर अब न जायेंगे हम यहांसे
हमारे सर आंखों पर है आज्ञा
हुकुम हमें अब तुम जो करें

और तमन्ना रही न दिलमें
हो कुछ तो सेवा तुम्हारी सांई
तुम्हारी ताकत तुम्हारी मर्जी
तुम्ही जो चाहो वो हम करें

समझमें आया हमें अब इतना
नहीं समझता कुछभी हमें
वोही है अच्छा जो तुमने सोचा
हमारी जिदसे न कुछ करें

हे जगवंदन सांईरुपधर
भगवन हमपर कृपा करें
तुम्हारे चरणोंकी धूलि लेकर
हम अपना माथा विमल करें

शनिवार, 8 अगस्त 2009

Man Tarpat Hari Darsan ko Aaj

This is a very special song in the history of Indian cinema changing the taste of people from western style to the Indian classical and devotional blend. Thanks to the trio {Shakeel Badayuni, Naushad and Mohammed Rafi}.

गुरुवार, 19 मार्च 2009

गुणगान

//दुरिताचे तिमिर जावो / विश्व स्वधर्मसुर्ये पाहो //


राम का गुणगान करो

आस ना शेष रही कुछ भी अब
समय को सुखसे भरो

राम का गुणगान करो

स्नेह शान्ति है जीवनयापन
सभी दुखोंको हरो

राम का गुणगान करो

प्रेमसुधासे लदे मेघ हम
नाम बाँटते फिरो

राम का गुणगान करो

सोमवार, 23 फ़रवरी 2009

शुक्रिया

//दुरिताचे तिमिर जावो / विश्व स्वधर्मसुर्ये पाहो //


खुदा तू हर किसीके इतने करीब रहता है
कहींभी मैं देखूँ मुझे तू ही नजर आता है
तू है वजह बच्चोंकी मीठी मुसकानकी
तू है वजह औरतके दिलमें बसे दुलारकी
तेराही रहम है जो दोस्त हमें मिलते है
तेराही रहम है जो जिंदा हम रहते हैं
आँखें मूँद लेता हूँ ,तू दिलमें बसा होता हैं
लोगोंकी बातोंमें फ़र्मान तेरा होता हैं
शुक्रिया अल्लाह मुझे ऐसी नजर देनेका
अहसासभी नहीं होता कभी तुझसे जुदा होनेका

रविवार, 22 फ़रवरी 2009

साथ

//दुरिताचे तिमिर जावो / विश्व स्वधर्मसुर्ये पाहो //



एक तेरे सुरमें मुझे शांत शांत गाना है
तुझमें था ,तुझमें हूँ ,तुझमें खो जाना है
ना कुछ कमाना है ,ना कुछ गँवाना है
ना आना जाना है ,तेराही ठिकाना है
सूखे पत्ते हैं ये कर्म, उड़के जाते हैं
लिखा नहीं कुछ उनपे ,तेरा नाम लेना है
तेरा नाम ,तेरा ध्यान ,पूँजी इस जीवनकी
तेरा साथ याद रहे ,बाकी भूल जाना है



गुरुवार, 12 फ़रवरी 2009

वतन

//दुरिताचे तिमिर जावो / विश्व स्वधर्मसुर्ये पाहो //


जन्मोजन्मी तुझी /करावी चाकरी/
तू द्यावी भाकरी /पांडुरंगा//१//

साडे तीन हात /आमचे वतन /
करावे जतन /तुझे तूच //२//

बोलविता तूच /आम्ही बरळावे /
तूच पाठवावे /गावोगावी //३//

गोड तुझे रूप /आम्ही आठवावे /
म्हणुन दिसावे /जागोजागी //४//

नारायणा तुज /कसली ही हाव /
आम्हा किती जीव /लावतोस //५//